ज़ख्म पर नमक छिड़कना

 "  बेटी अब वो बड़े वाले महंगे स्कूल में नहीं जाती हो क्या❓ "- पड़ोस की महिला ने,  मोहिनी की बेटी से पूछा

" बस भी करिये आंटी! क्यों ज़ख्म पर नमक छिड़क रही हैं?  ये जानते हुए भी कि मेरे पति अब इस दुनिया में नहीं रहे और मेरी आय सीमित है जिसके कारण अब  बेटी महंगे स्कूल में नहीं पढ़ सकेगी, आप ऐसे प्रश्न क्यों कर रही हैं?  वैसे भी स्कूल बड़ा होने से कुछ नहीं होता बल्कि उस स्कूल में मिल रही शिक्षा से बच्चों का भविष्य बनता है और मैं अपनी बच्ची की अच्छी परवरिश करूंगी और उसे एक नेक और शिक्षित इंसान बनाऊंगी। "- मोहिनी ने  करारा जवाब दिया। 

 समय के साथ, आज मोहिनी की बेटी सफल डाॅक्टर बन गयी। बरसों पुरानी बात याद करते हुए, मोहिनी की आंखों से आंसू आ गये । उसकी परवरिश ने बेटी को आत्मविश्वासी बनाया। 

ऋतु रानी


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