जादू की छड़ी

 "सच बता अनिता क्या जादू किया है तूने अपनी दोनो बहुओं पर।हर दम तेरा गुणगान करते नही थकती जब देखो मम्मी जी..मम्मी जी की रट लगाए तेरे आगे पीछे घूमती रहती हैं.."

और सुनीता तेरी बहु भी तो तुझे बहुत ज्यादा मान सम्मान देती है न ।ऐसी कौन सी जादू की छड़ी घुमाई है तुम दोनो ने अपनी बहुओं पर।जो आज के जमाने की लड़कियां हो कर भी तुम दोनो के घरों में ऐसे रच बस गयी हैं जैसे खिचड़ी में घी रच जाता है।"

आज बहुत दिन बाद तीनों सखियाँ इकठ्ठा हुई थी। तीनो बचपन की पक्की सहेलियां थी।स्कूल ,कॉलेज की पढ़ाई तीनो ने एक साथ की। एक समय था जब तीनो हर रोज जब तक मिल ना लेतीऔर खूब सारी बातें न कर लेती तीनो को ही जैसे चैन नही आता था।

शादी के बाद भी एक ही शहर में होने से मिलने में ज्यादा दिक्कत नही हुई।लेकिन जैसे जैसे परिवार बढ़ा जिम्मेदारियां भी बढ़ी।अब तीनो का मिलना पहले जैसा नही हो पाता। घर परिवार के कामों से बहुत कम फुर्सत मिल पाती।

हर माँ बाप को लगता है कि जब बच्चे थोड़े बड़े होंगे तो उन्हें अपने लिए या दोस्तों के साथ समय बिताने को समय मिल जाएगा।या फिर बच्चों की शादियां करके कुछ फुर्सत के पल अवश्य मिलेंगे। लेकिन जैसे जैसे बच्चे बड़े होते हैं माँ बाप की जिम्मेदारियां ओर उलझने और भी ज्यादा बढ़ती ही जाती हैं।

अनिता और सुनीता के बच्चों की शादियां हो चुकी थी।

अंजू की भी बेटी की शादी के बाद अब एक महीने में बेटे की शादी होने वाली थी।वो शादी से पहले एक बार अपनी दोनो सखियों से अवश्य मिलना चाहती थी।क्योंकि उसके दिलो दिमाग पर ये डर हावी हो रखा था कि आजकल की लड़कियां किसी भी बात में एडजस्ट नही करती हैं। उसको यही डर सताता रहता था कि बहु के आने के बाद घर का माहौल कैसा होगा।बहु हमारे घर मे हिल मिल कर रहेगी कि नही।

"बताओ न तुम दोनो कैसे अपनी बहुओं को तुमने अपने हुकुम का गुलाम बना रखा है।'

"अंजू तू घबरा मत हम तुझे बहु को अपना बनाने का एक  कारागर नुस्खा देते हैं और वो ही नुस्खा तुम भी अपनाना।फिर देखना तुम्हारी बहु भी हर समय तुम्हारे आगे पीछे घूमेगी"अनिता बोली

"हां हां बताओ न कौन सा नुस्खा है वो?अंजू बोली।

आगे से सुनीता ने जवाब दिया."अंजू सुनो जब से बहुएं घर पर आई हैं हम अपना मुँह  हमेशां बन्द रखते हैं और बटुए का मुंह हमेशां खुला रखते हैं। बस यही है हमारे घरों की सुख शांति और बहुओं को वश में करने  का राज।तू भी इसी नुस्खे को अपनाना अगर अपने घर मे हमेशां सुख शांति चाहती है तो।"

अंजू आगे से बस निरुत्तर हो कर सोच रही थी कि क्या सच मे वो इस नुस्खे को अपना कर अपने मन मे बसे डर को खत्म कर पायेगी।

-रीटा मक्कड़


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